मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई में चल रही सीमेंट-कंक्रीट सड़क परियोजना का स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि काम में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। शिंदे ने कहा कि राज्य की जनता को मजबूत, टिकाऊ और जलजमाव-मुक्त सड़कें मिलनी चाहिए।
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मुंबई – महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को मुंबई में चल रही सीमेंट-कंक्रीट सड़क परियोजना का निरीक्षण किया। इस दौरे के दौरान उन्होंने परियोजना की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि कार्य में गुणवत्ता और समयसीमा से किसी भी प्रकार की समझौता न किया जाए।
निरीक्षण के दौरान सीएम शिंदे के साथ बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के अधिकारी और परियोजना से जुड़े इंजीनियर भी मौजूद थे। यह परियोजना मुंबई शहर को जलजमाव-मुक्त, मजबूत, और लंबे समय तक टिकाऊ सड़कों से जोड़ने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
शिंदे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “मौसम बदल रहा है, और मानसून नजदीक है। हमारी प्राथमिकता है कि मुंबई जैसे शहर में सड़कें इस तरह की हों, जो बरसात में भी गड्ढा-रहित और सुरक्षित बनी रहें। सीमेंट कंक्रीट सड़कें एक स्थायी समाधान हैं।”
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान चल रहे कार्यों का स्थलीय मूल्यांकन किया और कई बिंदुओं पर अधिकारियों से फीडबैक लिया। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि जिन क्षेत्रों में निर्माण कार्य चल रहा है, वहां यातायात को कम से कम प्रभावित किया जाए और नागरिकों को असुविधा न हो।
“यह कोई केवल निर्माण परियोजना नहीं है, यह जनता के विश्वास का मुद्दा है। अगर जनता को हम गड्ढों से मुक्ति दिला सकें, तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी,” शिंदे ने कहा।
BMC की इस सीमेंट-कंक्रीट सड़क परियोजना के अंतर्गत लगभग 400 किलोमीटर सड़कों को अगले 18 महीनों में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना की अनुमानित लागत ₹6,000 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।
इस योजना के अंतर्गत दादर, अंधेरी, मालाड, बोरीवली, और घाटकोपर जैसे क्षेत्रों की प्रमुख सड़कों को सीमेंट-कंक्रीट में बदला जा रहा है।
सीएम शिंदे के निरीक्षण की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही हैं। आम नागरिकों ने उनके सक्रिय रवैये की सराहना की, जबकि विपक्ष ने इसे “चुनावी स्टंट” करार दिया।
X (पूर्व में Twitter) पर हैशटैग #ShindeRoadInspection, #MumbaiConcreteRoads, और #NoMorePotholes ट्रेंड कर रहे हैं।
जहां बीजेपी और शिंदे गुट इस पहल को ‘जन सरोकार की जीत’ बता रहे हैं, वहीं विपक्ष ने परियोजना में पारदर्शिता की मांग की है। शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, “हम भी कंक्रीट सड़कों के पक्ष में हैं, पर सवाल है कि यह ठेके किसे दिए जा रहे हैं और किस गुणवत्ता के साथ।”
वहीं स्थानीय नागरिकों ने राहत की उम्मीद जताई है। वर्सोवा निवासी पूजा सिंह ने कहा, “हर बरसात में हमें गड्ढों से जूझना पड़ता है। अगर इस बार सड़कें पक्की मिलेंगी, तो ये वाकई बदलाव होगा।”
मुंबई के बारिश में डूबने की पुरानी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, सरकार मानसून से पहले प्रमुख इलाकों में सड़क निर्माण कार्य को तेज़ कर रही है। BMC ने दावा किया है कि मानसून से पहले कम से कम 60% सड़क कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।
शिंदे सरकार इस परियोजना को एक मास्टर प्लान के रूप में देख रही है, जो अन्य महानगरों के लिए भी मॉडल बन सकता है।