यूपी के अलीगढ़ संसदीय सीट पर 26 अप्रैल को यानि कल मतदान होगा। सभी राजनीतिक दल और प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बुधवार शाम को पूरी तरीके से प्रचार थम गया। गुरुवार सुबह धनीपुर मंडी से पोलिंग पार्टियां रवाना हुईं।
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अलीगढ़। यूपी के अलीगढ़ संसदीय सीट पर 26 अप्रैल को यानि कल मतदान होगा। सभी राजनीतिक दल और प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बुधवार शाम को पूरी तरीके से प्रचार थम गया। गुरुवार सुबह धनीपुर मंडी से पोलिंग पार्टियां रवाना हुईं।
अलीगढ़ संसदीय सीट पर 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। जिसमें कुल 19.77 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करके इनके भाग्य का फैसला करेंगे। चुनाव आयोग ने अलीगढ़ सीट पर दूसरे चरण के तहत 26 अप्रैल को मतदान कराने का निर्णय लिया है। 2014 और 2019 में बीजेपी प्रत्याशी सतीश गौतम ने भारी मतों से जीत दर्ज की थी।
दोनों ही चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी दूसरे नम्बर पर थे। 2014 में सतीश गौतम ने 2 लाख 86 हजार और 2019 में 2 लाख 29 हजार वोटों के बड़े अंतर से मुकाबला जीता। जातीय समीकरण के लिहाज से अलीगढ़ में 3 लाख मुस्लिम, ढाई लाख जाट, डेढ़ लाख ब्राह्मण मतदाता हैं। दो लाख जाटव, डेढ़ लाख ठाकुर-राजपूत, एक-एक लाख वैश्य-बघेल, यादव और लोधे और ओबीसी वोट हैं।
राजनीतिक पहचान के लिहाज से अलीगढ़ का अतरौली कल्याण सिंह की जन्मभूमि और कर्मभूमि रही है। दिवंगत कल्याण सिंह के बेटे एटा से सांसद हैं। प्रपौत्र यानि कि राजू भइया के बेटे संदीप सिंह उत्तर प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री हैं। अलीगढ़ लोकसभा अंतर्गत विधानसभा की 5 सीटें आती हैं. अलीगढ़ शहर, कोल, अतरौली, खैर, बरौली विधानसभा की जनता लोकसभा उम्मीदवार को चुनती है।