राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 11 बजे भाषण के साथ सत्र की शुरुआत करेंगी। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इकोनॉमिक सर्वे 2023 पेश करेंगीं।
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संसद का बजट सत्र आज यानी 31 जनवरी से शुरू हो रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 11 बजे भाषण के साथ सत्र की शुरुआत करेंगी। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इकोनॉमिक सर्वे 2023 पेश करेंगीं।
इसे केंद्रीय बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता है। पिछले साल इकोनॉमिक सर्वे में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 8-8.5% की GDP ग्रोथ का अनुमान लगाया गया था। सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए GDP ग्रोथ का क्या अनुमान लगाया है, यह आज पता चलेगा।
GDP इकोनॉमी की हेल्थ को ट्रैक करने के लिए उपयोग किए जाने वाले सबसे कॉमन इंडिकेटर्स में से एक है। GDP देश के भीतर एक स्पेसिफिक टाइम पीरियड में प्रोड्यूस सभी गुड्स और सर्विस की वैल्यू को रिप्रजेंट करती है। इसमें देश की सीमा के अंदर रहकर जो विदेशी कंपनियां प्रोडक्शन करती हैं, उन्हें भी शामिल किया जाता है। जब इकोनॉमी हेल्दी होती है, तो आमतौर पर बेरोजगारी का लेवल कम होता है।
जिस तरह से मिडिल क्लास परिवारों में हिसाब-किताब के लिए डायरी बनाई जाती है, जिससे महीने या साल के आखिर में पता चलता है कि कितना कमाया, कितना बचाया और कहां-कितना खर्च हुआ और आगे के खर्चों का अनुमान लगाया जाता है, ठीक वैसे ही इकोनॉमिक सर्वे देश की आर्थिक हालत का लेखा-जोखा होता है।
एक साल में सरकार ने कितना पैसा जमा किया और कहां-कहां खर्च किया, इसका ब्योरा इकोनॉमिक सर्वे में रहता है। इससे देश की इकोनॉमी की हालत पता चलती है और कई संभावनाओं को ध्यान में रखकर अगले साल के खर्चों का एक अनुमान तैयार किया जाता है। आसान शब्दों में कहें तो इकोनॉमिक सर्वे में बीते साल का हिसाब-किताब और आने वाले साल के लिए सुझाव, चुनौतियां और समाधान का जिक्र रहता है।