2024 लोकसभा चुनाव के नतीजों से भाजपा टेंशन में है। 37 सीटों के साथ यूपी की सबसे बड़ी पार्टी सपा इस बार कई ऐसी सीटें जीतने में सफल हुई जहां भाजपा के दिग्गज
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लखनऊ। 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजों से भाजपा टेंशन में है। 37 सीटों के साथ यूपी की सबसे बड़ी पार्टी सपा इस बार कई ऐसी सीटें जीतने में सफल हुई जहां भाजपा के दिग्गज प्रत्याशी मैदान में थे। ऐसी ही एक सीट है सुल्तानपुर लोकसभा सीट। सुल्तानपुर सीट पर इस बार मैदान में थी देश की जानी मानी नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिटिंग सांसद मेनका गांधी ने मीडिया से लेकर तमाम एजेंसियां सुल्तानपुर से मेनका की जीत तय मान रहे थे लेकिन सपा प्रत्याशी राम भुवाल निषाद ने मेनका गांधी को करारी शिकस्त दे दी। गोरखपुर से आकर राम भुवाल निषाद चंद दिनों में सांसद बन गए। जिसका ज्यादातर क्रेडिट पूर्व विधायक संतोष पांडेय को दिया जा रहा। संतोष पांडेय ने पहले पूरी ताकत झोंक राम भूवाल निषाद को टिकट दिलाया। फिर प्रचार प्रसार से साइकल की रफ्तार बनाई। और चुनाव से ठीक पहले पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह सोनू की सपा की सपा में एंट्री कराकर राम भुवाल की जीत निश्चित कर दी। और अब संतोष पांडेय का बखान खुद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव कर रहे है। अखिलेश यादव ने सैफई में संतोष पांडेय को अपने बगल बैठाकर जनता के सामने उन्हें जीत के लिए शुभकामनाएं दी।
आपको बता दें कि संतोष पांडेय ने अखिलेश यादव के सामने राम भुवाल को जिताकर लाने का कमेटमेंट किया था। जिसके बाद अखिलेश यादव ने भीम निषाद का टिकट काट गोरखपुर से ताल्लुक रखने वाले राम भूवाल को टिकट दिया था। माना जा रहा था की राम भुवाल को टिकट देना अखिलेश यादव का गलत फैसला है। लेकिन संतोष पांडेय ने ऐसा दांव चला कि सुल्तानपुर में पहली बार साइकल दौड़ पड़ी और अब ये बात खुद अखिलेश यादव भी मान रहे है।साथ ही सार्वजनिक मंच पर कह भी रहे है। जिससे संतोष पांडेय का भौकाल टाइट हो गया है।