बहुजन समाज पार्टी से पहले लोकसभा प्रत्याशी घोषित हुए छावनी परिषद के पूर्व वाइस चेयरमैन पंडित कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने टिकट कटने से नाराज होकर बसपा की सक्रिय राजनीति से भी सन्यास ले लिया। श्री उपमन्यु ने कहा कि टिकट कटने से ब्राह्मण समाज का अपमान हुआ है और उसके सम्मान को भी ठेस पहुंची है।
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मथुरा। बहुजन समाज पार्टी से पहले लोकसभा प्रत्याशी घोषित हुए छावनी परिषद के पूर्व वाइस चेयरमैन पंडित कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने टिकट कटने से नाराज होकर बसपा की सक्रिय राजनीति से भी सन्यास ले लिया। श्री उपमन्यु ने कहा कि टिकट कटने से ब्राह्मण समाज का अपमान हुआ है और उसके सम्मान को भी ठेस पहुंची है।
1999 में महज कुछ हजार वोटों से हारे थे उपमन्यु
कहा कि मेरा राजनीतिक कैरियर 1998 से शुरू हुआ, जब मैं छावनी परिषद का पार्षद चुना गया था। इसके बाद निर्विरोध वाइस चेयरमैन और छावनी परिषद सिविल एरिया और फाइनेंस कमेटी का भी अध्यक्ष र्निविरोध चुना गया था। कहा कि 1999 में मुझे बसपा के संस्थापक अध्यक्ष मान्यवर कांशीराम साहब एवं बहन कुमारी मायावती ने मथुरा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का प्रत्याशी बनाया था। उस समय ट्राई एंगल में कुछ हजार वोटों से हार गया था।
कहा कि ठीक 25 साल बाद बहन जी ने घर से बुलाकर के मुझे पुन: संसदीय क्षेत्र से 24 के चुनाव में लोकसभा प्रत्याशी बनाया। अचानक कुछ लोगों को मैं अखरने लगा तो ऊपर गलत बातें बताकर के मेरी टिकट कटवाई गई। कहा कि जो पार्टी प्रत्याशी घोषित हुए हैं, उन्होंने मुझसे दूरभाष तक पर संपर्क नहीं किया। पार्टी के जो पदाधिकारी प्रत्याशी को लेकर जगह-जगह सभाएं कर रहे हैं, उन लोगों ने भी मुझसे कोई बात नहीं की। उनकी उपेक्षा की जा रही है। इसलिए मुझे लगता है कि मुझे बसपा की सक्रिय राजनीति से दूर रहकर सन्यास ले लेना चाहिए।