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पहली बार हिंदी में होगी MBBS की पढ़ाई, मध्य प्रदेश में आज गृहमंत्री अमित शाह किताबें करेंगे लॉन्च

मध्य प्रदेश में छात्र अब मेडिकल की पढ़ाई हिंदी मीडियम में कर सकेंगे. राज्य की शिवराज सिंह चौहान सरकार छात्रों को बड़ी सौगात देने जा रही है.

By इंडिया वॉइस 

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मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य होगा, जहां मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में भी होगी. एनॉटामी, फिजियोलॉजी और बायोक्रेमेस्ट्री की किताबें हिंदी में तैयार हो चुकी हैं.आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन किताबों का विमोचन करेंगे.

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शनिवार को ‘हिंदी की व्यापकता एक विमर्श’ कार्यक्रम के दौरान शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई मातृ-भाषा में होनी चाहिए. उनके इस संकल्प को पूरा करने के लिए प्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में कराने का निर्णय लिया गया है, जो 16 अक्तूबर को साकार होने जा रहा है.

एमबीबीएस प्रथम वर्ष की किताबें तैयार : शिवराज

सीएम शिवराज ने बताया कि उन्होंने बताया कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग के नेतृत्व में शासकीय मेडिकल कॉलेज के 97 चिकित्सक की टीम ने 4 माह के परिश्रम से एमबीबीएस प्रथम वर्ष की एनॉटामी, फिजियोलॉजी और बायोक्रेमेस्ट्री की पुस्तकें तैयार कर ली हैं. फिलहाल, द्वितीय वर्ष की किताबों तैयार की जा रही हैं. चरणबद्ध तरीके पीजी कक्षाओं के लिए भी हिंदी में किताबें तैयार कि जाएंगी.साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हिंदी में पेशेवर शिक्षा के दायरे को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. मेडिकल के साथ ही इंजीनियरिंग, पॉलीटेक्निक, नर्सिंग और पैरामेडिकल शिक्षा भी हिंदी में उपलब्ध कराई जाएगी.इसके साथ ही हिंदी भाषा में पढ़ाई से कस्बों और ग्रामीण परिवेश के छात्रों को चिकित्सा शिक्षा हासिल करने के अवसर मिलेंगे मध्य प्रदेश की यह पहल सामाजिक क्रांति सिद्ध होगी.

वंही , यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश में भी हिंदी में मेडिकल की किताब शुरू होगी. उत्तर प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की कुछ पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद कर दिया गया है. आगामी वर्ष से प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में इन विषयों के पाठ्यक्रम हिंदी में भी पढ़ने के लिए मिलेंगे.

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