AIIMS Gorakhpur पूर्वांचल और उत्तर प्रदेश की जनता के लिए आधुनिक चिकित्सा सुविधा का एक मजबूत केंद्र बन चुका है। इस संस्थान ने उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा, मेडिकल शिक्षा और शोध में उल्लेखनीय प्रगति की है। AIIMS की पहल ने न केवल इलाज बल्कि रोजगार और क्षेत्रीय विकास को भी बल दिया है।
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AIIMS Gorakhpur: पूर्वांचल को मिला अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवा का वरदान
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उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्थित AIIMS Gorakhpur आज पूर्वांचल की स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बन चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में विकसित हो रहा यह संस्थान, न केवल इलाज के क्षेत्र में बल्कि शिक्षा और अनुसंधान में भी नया मील का पत्थर स्थापित कर रहा है।
पूर्वांचल के लोगों को अब गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए लखनऊ, दिल्ली या मुंबई नहीं जाना पड़ता। AIIMS Gorakhpur में कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं जो मरीजों को घर के पास ही बेहतरीन इलाज प्रदान कर रही हैं।
AIIMS Gorakhpur की विशेषताएं और सेवाएं
यह संस्थान पूरी तरह से डिजिटल सिस्टम, ई-हॉस्पिटल मैनेजमेंट, और टेलीमेडिसिन सेवाओं से लैस है। मरीजों की सुविधा के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट, डिजिटल रिपोर्टिंग और सिंगल विंडो हेल्प डेस्क जैसी सुविधाएं दी गई हैं।
इसके अलावा, अस्पताल परिसर में ही फार्मेसी, डायग्नोस्टिक सेंटर, ब्लड बैंक और इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध हैं, जिससे रोगियों और उनके परिजनों को सुविधाजनक अनुभव मिलता है।
चिकित्सा शिक्षा में AIIMS Gorakhpur की भूमिका
AIIMS केवल एक अस्पताल नहीं, बल्कि एक प्रसिद्ध चिकित्सा शिक्षा संस्थान भी है। यहां MBBS के छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा दी जाती है। शिक्षकों का अनुभव, प्रयोगशालाओं की आधुनिकता और रिसर्च आधारित पढ़ाई से छात्र देश-विदेश में अपनी पहचान बना रहे हैं।
यहां एमडी, एमएस, नर्सिंग कोर्सेस और पैरामेडिकल ट्रेनिंग भी शुरू की जा चुकी है, जिससे स्थानीय युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं।
AIIMS का सामाजिक योगदान और जागरूकता अभियान
AIIMS Gorakhpur केवल अस्पताल तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आसपास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य जागरूकता अभियान, फ्री हेल्थ कैंप, और रूरल हेल्थ आउटरीच प्रोग्राम भी चला रहा है। इससे ग्रामीण इलाकों के लोग भी उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ पा रहे हैं।
संस्थान ने टीबी, डेंगू, मलेरिया और हाल ही में COVID-19 के खिलाफ बड़े स्तर पर जनजागरूकता और जांच अभियान चलाए हैं।
भविष्य की योजनाएं और विस्तार
AIIMS Gorakhpur को भविष्य में और भी बड़ा बनाया जा रहा है। यहां जल्द ही ट्रॉमा सेंटर, कैंसर ट्रीटमेंट यूनिट, सुपर स्पेशियलिटी विंग, हेल्थ रिसर्च सेंटर और एक नया मेडिकल कॉलेज ब्लॉक शुरू होने जा रहा है। इससे न केवल मरीजों की संख्या में इज़ाफा होगा, बल्कि संस्थान की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विजन
CM योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में AIIMS Gorakhpur का दौरा किया और संस्थान की प्रगति की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह संस्थान पूर्वांचल के लिए गौरव का विषय है और सरकार का प्रयास है कि यहां हर नागरिक को समय पर, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण इलाज मिले।
निष्कर्ष
AIIMS Gorakhpur का विकास एक स्वस्थ भारत, सक्षम भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम है। यह संस्थान केवल इलाज का केंद्र नहीं, बल्कि आशा, शिक्षा और विकास की प्रेरणा बन चुका है। आने वाले वर्षों में AIIMS Gorakhpur ना केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश में चिकित्सा का उत्कृष्ट उदाहरण बनेगा।