उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लखनऊ में मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल गांधी और अखिलेश यादव के बयानों पर पलटवार किया। मौर्य ने विपक्षी नेताओं को 'जनता को गुमराह करने वाला' करार देते हुए कहा कि भाजपा की नीतियां विकास और राष्ट्रवाद पर आधारित हैं, जबकि विपक्ष सिर्फ भ्रम फैला रहा है।
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लखनऊ (उत्तर प्रदेश):
राजनीतिक पारा गर्म है और लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लखनऊ से बड़ा बयान दिया है। उन्होंने विपक्ष के दो बड़े चेहरों—कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव—पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि ये नेता सिर्फ जनता को गुमराह कर रहे हैं और जमीनी मुद्दों से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बोलते हुए मौर्य ने कहा, “राहुल गांधी की सोच अभी भी विदेशी मानसिकता से प्रेरित है और अखिलेश यादव पुराने समाजवादी ढांचे में ही उलझे हुए हैं। दोनों ही जनता के मुद्दों से भटके हुए हैं और सिर्फ चुनावी बयानबाज़ी कर रहे हैं।”
केशव मौर्य ने अखिलेश यादव के हाल के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता को देश के विकास और इतिहास की गहरी समझ नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो योजनाएं धरातल पर उतर रही हैं, उनकी तुलना अखिलेश की घोषणाओं से नहीं की जा सकती।
उन्होंने यह भी जोड़ा, “अखिलेश यादव जब सत्ता में थे, तब सिर्फ परिवारवाद और जातिवाद का बोलबाला था, जबकि आज यूपी में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से काम हो रहा है।”
राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए मौर्य ने कहा कि कांग्रेस के नेता को भारत की संविधानिक प्रणाली और जनता की भावना का सम्मान करना सीखना चाहिए। उन्होंने राहुल द्वारा सरकार के खिलाफ दिए गए हालिया बयानों को ‘भारत को बदनाम करने वाला एजेंडा’ बताया।
“राहुल गांधी कभी भारत को ‘डेमोक्रेसी खतरे में’ बताते हैं, तो कभी देश की संस्थाओं पर सवाल उठाते हैं। क्या ये वही कांग्रेस है जिसने इमरजेंसी लगाई थी?” — केशव प्रसाद मौर्य
इस मौके पर केशव मौर्य ने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का भी ज़िक्र किया, जिसमें उन्होंने उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुफ्त राशन योजना और किसानों के लिए राहत कार्यों को प्रमुखता से बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष इन योजनाओं से घबरा गया है क्योंकि जनता अब भाजपा के साथ खड़ी है।
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव की राजनीतिक दोस्ती सिर्फ सत्ता के लिए है, न कि देश के लिए। “एक तरफ राहुल गांधी उन विचारों के समर्थन में खड़े होते हैं जो सेना के खिलाफ बोलते हैं, और दूसरी ओर अखिलेश यादव कानून व्यवस्था के मुद्दों को नज़रअंदाज़ करते हैं।”
लखनऊ में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का यह बयान साफ दर्शाता है कि भाजपा विपक्ष के किसी भी बयान को हल्के में लेने को तैयार नहीं है। आने वाले चुनावों के मद्देनज़र यह बयानबाज़ी और भी तीखी हो सकती है, लेकिन इसका असर जमीनी स्तर पर कितना होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।