भारत की कड़ी चेतावनी के बाद पाकिस्तान में हलचल तेज हो गई है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के अचानक ‘लापता’ होने की खबरों से देश में अफरा-तफरी मच गई है। आंतरिक संकट और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिरता सवालों के घेरे में है। भारत की सख्त रणनीति ने इस बार पड़ोसी को बैकफुट पर ला दिया है।
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भारत-पाकिस्तान तनाव: सख्त भारतीय रुख से हिला पाकिस्तान, जनरल आसिम मुनीर के ‘लापता’ होने की अटकलें
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार मामला कुछ ज्यादा ही गंभीर नजर आ रहा है। भारत की हालिया कड़ी प्रतिक्रिया और सैन्य स्तर पर सख्त संदेश के बाद पाकिस्तान में अफरातफरी का माहौल बन गया है। इसी बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है कि पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर अचानक सार्वजनिक जीवन से गायब हैं। मीडिया, राजनैतिक हलकों और सोशल मीडिया में इस खबर ने भूचाल ला दिया है।
पाकिस्तान में सुरक्षा एजेंसियों और सेना का नियंत्रण हमेशा से मजबूत रहा है, लेकिन आर्मी चीफ का यूं लापता होना एक गंभीर संकेत देता है। क्या यह अंदरूनी सत्ता संघर्ष का परिणाम है? क्या भारत की सख्त चेतावनी के बाद पाकिस्तान की सेना में विभाजन की स्थिति बन गई है? या फिर यह एक सोची-समझी रणनीति है जिसमें पाकिस्तान खुद को पीड़ित दिखाना चाहता है?
हाल के हफ्तों में भारतीय सेना और सरकार ने पाकिस्तान की ओर से हो रही घुसपैठ, आतंकवादी गतिविधियों और LOC पर संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर काफी सख्त रुख अपनाया है। भारत ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि हर हमला अब बिना जवाब नहीं छोड़ा जाएगा। इससे पाकिस्तान की नीतिगत रणनीति पर बड़ा प्रभाव पड़ा है।
पाकिस्तान पहले ही आर्थिक संकट, महंगाई, IMF के कर्ज, और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है। ऊपर से सेना प्रमुख का ‘लापता’ हो जाना एक और गहरा झटका है। सोशल मीडिया पर लोग सवाल पूछ रहे हैं कि देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी जिस पर है, वो कहां है? क्या आंतरिक विद्रोह या सत्ता संघर्ष की आहट है?
कई विश्लेषकों का मानना है कि आसिम मुनीर का लापता होना केवल बाहरी दबाव का परिणाम नहीं है, बल्कि सेना के भीतर बढ़ते मतभेद और सत्ता को लेकर खींचतान का संकेत भी हो सकता है। इमरान खान की गिरफ्तारी, नवाज शरीफ की वापसी, और अमेरिका-चीन के बीच पाकिस्तान की स्थिति को लेकर सेना में दो गुट बन गए हैं। ऐसे में आसिम मुनीर पर दबाव बनना और उन्हें ‘गायब’ कर देना एक रणनीतिक कदम भी हो सकता है।
पाकिस्तान की इस आंतरिक कमजोरी को भारत किस प्रकार रणनीतिक लाभ में बदलेगा, यह देखने वाली बात होगी। यह समय है जब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की पोल खोल सकता है, आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को वैश्विक समर्थन दे सकता है और अपने रक्षा तंत्र को और मजबूत बना सकता है।
जनरल आसिम मुनीर की स्थिति को लेकर भारत की खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हैं। किसी भी आकस्मिक सैन्य कदम या आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए LOC और प्रमुख संवेदनशील क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया गया है।