दिल्ली के मंत्री मंजींदर सिंह सिरसा ने पाकिस्तान पर भारत की सैन्य कार्रवाई को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान की कमर तोड़ दी है और अब वह वैश्विक मंच पर अलग-थलग पड़ चुका है। इस बयान ने राजनीतिक हलकों और सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है।
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दिल्ली के मंत्री मंजींदर सिंह सिरसा ने एक जनसभा के दौरान दिए गए अपने बयान से राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा, “भारत की सेना ने पाकिस्तान को बर्बाद कर दिया है,” और यह टिप्पणी देश की आंतरिक सुरक्षा नीतियों और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर चर्चा को एक नया आयाम दे रही है।
सिरसा ने कहा कि पाकिस्तान, जो वर्षों से आतंकवाद को बढ़ावा देता आ रहा था, अब भारत की सैन्य ताकत के आगे झुक गया है। उन्होंने दावा किया कि भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक्स और एयर स्ट्राइक्स ने पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बदहाली की कगार पर है और अब दुनिया उसके साथ खड़ी नहीं है।
भारतीय सेना की कार्रवाई, जैसे कि बालाकोट एयर स्ट्राइक और नियंत्रण रेखा (LoC) पर किए गए सर्जिकल ऑपरेशन्स, को सिरसा ने भारत की शक्ति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि भारत अब केवल कूटनीतिक रूप से नहीं, बल्कि सैन्य रूप से भी आतंकवाद का जवाब देना जानता है।
उनके बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। कई यूजर्स ने सिरसा के बयान का समर्थन किया, जबकि कुछ विपक्षी नेताओं ने इसे राजनीतिक प्रचार बताया। लेकिन एक बात तो साफ है कि पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों को लेकर भारत की सख्त नीति को जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा है।
सिरसा ने आगे कहा, “हमारी सेना केवल हथियार नहीं चलाती, बल्कि हमारे मान और स्वाभिमान की रक्षा करती है। पाकिस्तान अब आर्थिक, सामाजिक और कूटनीतिक रूप से टूट चुका है। भारत ने न केवल सीमा पर, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी उसे बेनकाब कर दिया है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की रणनीतियों की भी प्रशंसा की, यह कहते हुए कि उनके नेतृत्व में भारत ने एक नई सैन्य नीति अपनाई है, जिसमें ‘पहले चेतावनी, फिर कार्रवाई’ का सिद्धांत प्रमुख है।
इस बयान ने आगामी चुनावों की राजनीति में भी गर्माहट ला दी है। भाजपा के समर्थकों ने इसे राष्ट्रवाद से जोड़ते हुए प्रचार शुरू कर दिया है, वहीं विपक्ष इसे चुनावी स्टंट बता रहा है।
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अब समझ में आ गया है कि भारत कोई नरम देश नहीं है। “हम अब केवल शब्दों में नहीं, बल्कि एक्शन में जवाब देते हैं,” उन्होंने कहा।
भारत की सेना, रॉ, और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की कार्यशैली की उन्होंने सराहना करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत दुनिया का नेतृत्व कर रहा है।
इस पूरे मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। कई रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की नई आक्रामक नीति से पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों में डर का माहौल है और उनकी गतिविधियाँ काफी हद तक कम हो गई हैं।
सिरसा के इस बयान को एक ओर जहां राष्ट्रीय गर्व की तरह देखा जा रहा है, वहीं यह भारत की सुरक्षा नीति में आत्मनिर्भरता और मजबूती की भावना को भी दर्शाता है। इस तरह के बयान देश के युवाओं में जोश भरते हैं और सेना के प्रति सम्मान को और मजबूत करते हैं।
निष्कर्ष:
मंत्री मंजींदर सिंह सिरसा का यह बयान सिर्फ शब्दों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उस आत्मविश्वास और ताकत का प्रतीक है जो आज का भारत रखता है। भारत की सेना ने न केवल सीमाओं की रक्षा की है, बल्कि पाकिस्तान जैसे आतंकी समर्थक देश को भी उसके ही घर में जवाब दिया है। अब समय आ गया है जब दुनिया भारत की सैन्य और कूटनीतिक ताकत को गंभीरता से ले।