Booking.com
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. बेंगलुरु में महिला पर हमला: पति की मस्जिद में शिकायत के बाद बढ़ा विवाद

बेंगलुरु में महिला पर हमला: पति की मस्जिद में शिकायत के बाद बढ़ा विवाद

बेंगलुरु में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां एक महिला पर इसलिए हमला किया गया क्योंकि उसके पति ने उसकी शिकायत मस्जिद में दर्ज कराई थी। यह मामला धार्मिक और सामाजिक स्तर पर कई सवाल खड़े करता है। पीड़िता को गंभीर चोटें आई हैं और पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।v

By bishanpreet345@gmail.com 

Updated Date

बेंगलुरु शहर, जो कि टेक्नोलॉजी और आधुनिक सोच के लिए जाना जाता है, वहां से एक बेहद चिंताजनक मामला सामने आया है। एक महिला पर उस समय जानलेवा हमला किया गया जब उसके पति ने पारिवारिक विवाद को लेकर उसकी शिकायत मस्जिद में दर्ज करवाई। यह घटना न केवल समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे पारिवारिक मसले कभी-कभी सार्वजनिक और खतरनाक रूप ले सकते हैं।

पढ़ें :- BJP के सांसद सुधांशु त्रिवेदी का ममता बनर्जी पर बड़ा हमला: लोकतंत्र की गरिमा पर उठाए गंभीर सवाल

यह घटना बेंगलुरु के एक स्थानीय मोहल्ले की है, जहां पति-पत्नी के बीच काफी समय से घरेलू विवाद चल रहा था। पति ने इस विवाद को सुलझाने के लिए स्थानीय मस्जिद कमेटी से संपर्क किया और वहीं पर पत्नी की शिकायत दर्ज करवाई। कुछ लोगों ने इस शिकायत को महिला के ‘इज़्ज़त’ के खिलाफ समझा और गुस्से में आकर उस पर हमला कर दिया।

पीड़िता ने पुलिस को दिए गए बयान में बताया कि वह रोजमर्रा की तरह अपने घर के बाहर कुछ काम कर रही थी, तभी कुछ अज्ञात लोगों ने उस पर हमला कर दिया। उसे धक्का दिया गया, पीटा गया और धमकाया भी गया। इस हमले के बाद महिला को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके। पुलिस का मानना है कि यह हमला सुनियोजित था और इसका संबंध सीधे तौर पर मस्जिद में दर्ज की गई शिकायत से जुड़ा हुआ है।

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भी काफी आक्रोश है। महिला संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस मामले को लेकर आवाज उठाई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि महिला की शिकायत या गलती कुछ भी रही हो, लेकिन उस पर इस तरह हमला करना पूरी तरह से गैरकानूनी और अमानवीय है।

पढ़ें :- : Murshidabad Violence: पुलिस सुरक्षा में मालदा से घर लौटे दहशतज़दा ग्रामीण, तनाव बरकरार

यह घटना यह भी बताती है कि कैसे कभी-कभी धार्मिक संस्थाओं का उपयोग पारिवारिक मुद्दों को हल करने के लिए किया जाता है, और जब बात महिला से जुड़ी होती है तो समाज का एक तबका जल्दी ही फैसला सुना देता है। ऐसे मामलों में अक्सर महिला को ही दोषी माना जाता है, और उसी के खिलाफ हिंसक प्रतिक्रिया देखने को मिलती है।

बेंगलुरु पुलिस का कहना है कि वे इस केस को गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द ही सभी दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही, पीड़िता को सुरक्षा भी दी जा रही है ताकि आगे ऐसी कोई घटना न हो।

इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि महिला सुरक्षा केवल कागजों पर नहीं होनी चाहिए, बल्कि ज़मीनी स्तर पर मजबूत कदम उठाने की जरूरत है। समाज को भी यह समझना होगा कि घरेलू विवादों को सुलझाने के लिए संवाद और कानून का सहारा लेना चाहिए, न कि हिंसा और धार्मिक दबाव का।

इस खबर के ज़रिए यह भी ज़रूरी हो जाता है कि धार्मिक संस्थाओं को भी अपनी भूमिका की सीमाएं समझनी चाहिए। जब कोई व्यक्ति अपनी समस्या लेकर वहां जाता है, तो उसका समाधान कानून के दायरे में रहकर किया जाना चाहिए। किसी भी पक्ष को न्याय देने का अधिकार केवल न्यायपालिका को है, ना कि गुस्साई भीड़ को।

पढ़ें :- मेहुल चोकसी की बेल्जियम में गिरफ्तारी: पंजाब नेशनल बैंक घोटाला में भारतीय भगोड़े की गिरफ्तारी
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook, YouTube और Twitter पर फॉलो करे...
Booking.com
Booking.com