बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए 'महिला संवाद रथ' को हरी झंडी दिखाई। यह पहल महिलाओं से सीधा संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं को सुनने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यह रथ विभिन्न जिलों का भ्रमण करेगा और महिला कल्याण योजनाओं की जानकारी भी देगा।
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बिहार चुनाव से पहले ‘महिला संवाद रथ’ की शुरुआत, सीएम नीतीश का बड़ा दांव
बिहार की राजनीति में एक बार फिर चुनावी हलचल तेज हो चुकी है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक नई पहल की शुरुआत की है। पटना स्थित जनसभा स्थल पर सीएम ने ‘महिला संवाद रथ’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रथ का उद्देश्य है महिलाओं से सीधा संवाद स्थापित करना, उनकी समस्याएं सुनना और उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी देना।
इस महिला संवाद रथ अभियान का प्रमुख उद्देश्य है बिहार की महिलाओं को राजनीतिक और सामाजिक रूप से अधिक सशक्त बनाना। यह रथ गांव-गांव जाकर महिलाओं से संवाद करेगा और उन्हें सरकार की योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, स्वयं सहायता समूह, बालिका सुरक्षा योजना, आदि के बारे में बताएगा।
सीएम नीतीश कुमार ने इस अवसर पर कहा:
“बिना महिलाओं की भागीदारी के कोई भी समाज प्रगति नहीं कर सकता। महिला संवाद रथ उन्हें जागरूक करेगा, सुनेगा और जोड़ने का कार्य करेगा।”
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नीतीश कुमार का यह कदम राजनीतिक दृष्टिकोण से भी बेहद अहम माना जा रहा है। महिला मतदाताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है और उनकी भूमिका निर्णायक होती जा रही है। महिला संवाद रथ के माध्यम से सीएम महिलाओं के बीच सीधा संवाद स्थापित कर अपने शासनकाल की उपलब्धियों को सामने रखेंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह एक स्मार्ट पॉलिटिकल मूव है जिससे सीएम नीतीश महिला वोट बैंक को अपने पक्ष में मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
रथ में एलईडी स्क्रीन के माध्यम से योजनाओं की जानकारी दी जाएगी
ग्राउंड पर संवाद के लिए महिला प्रतिनिधियों की टीम होगी
महिला सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे मुद्दों पर चर्चा
सुझाव और शिकायतों को दर्ज करने की व्यवस्था
प्रत्येक जिले में नुक्कड़ नाटक, वीडियो, पोस्टर और पेम्फलेट वितरण के ज़रिए जागरूकता
इस पहल को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखा गया। पटना की निवासी रीता देवी कहती हैं,
“पहली बार कोई रथ हमारी समस्याएं जानने आ रहा है। हमें लगता है अब हमारी आवाज़ सुनी जाएगी।”
नीतीश कुमार की सरकार ने पहले भी कई महिला-केन्द्रित योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें:
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना
साइकल योजना और पोशाक योजना
आरक्षित सीटें पंचायती राज और शहरी निकायों में
महिला हेल्पलाइन 181 और वन स्टॉप सेंटर
इन पहलों ने महिलाओं की सामाजिक स्थिति को सुधारने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।
यह रथ बिहार के सभी जिलों — पटना, गया, दरभंगा, भागलपुर, मुज़फ्फरपुर, समस्तीपुर, सीवान, पूर्णिया, और कई अन्य — में जाकर गांव-स्तर पर संवाद स्थापित करेगा। इस पहल को जन-जागरूकता अभियान के रूप में भी देखा जा रहा है।
CM नीतीश कुमार का ‘महिला संवाद रथ’ चुनावी रणनीति के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त कदम है। जहां एक ओर यह महिलाओं को सरकारी योजनाओं से जोड़ने का कार्य करेगा, वहीं दूसरी ओर यह नीतीश सरकार की प्रो-वूमन इमेज को और मजबूत बनाएगा। अब देखना होगा कि यह अभियान चुनावी समीकरणों को किस हद तक प्रभावित करता है।