पंजाब के फिरोजपुर में सीमा पार से आए पाकिस्तानी ड्रोन को बीएसएफ ने समय रहते पकड़कर एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया। ड्रोन के जरिए संदिग्ध सामग्री भारत में भेजने की कोशिश की जा रही थी। सुरक्षा बलों की सक्रियता और आधुनिक तकनीक की मदद से एक और आतंकी योजना को नाकाम किया गया है।
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पंजाब के सीमावर्ती जिले फिरोजपुर में बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) ने एक बार फिर अपनी सतर्कता का परिचय देते हुए पाकिस्तान से आए ड्रोन को इंटरसेप्ट कर लिया है। यह घटना भारत-पाक सीमा पर रात के समय घटी, जब बीएसएफ की टीम ने संदिग्ध गतिविधियों को महसूस किया और तुरंत एक्शन में आई। त्वरित प्रतिक्रिया और सटीक निशाने के चलते ड्रोन को मार गिराया गया और उसके साथ कुछ संदिग्ध वस्तुएं भी बरामद की गईं।
हाल के दिनों में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के जरिए हथियार, नकदी और नशे की तस्करी की कोशिशें लगातार देखी गई हैं। ऐसे में पंजाब की सीमा पर तैनात सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं। फिरोजपुर में मिली इस ताजा सफलता ने दिखा दिया कि बीएसएफ और अन्य खुफिया एजेंसियां हर स्थिति से निपटने को तैयार हैं।
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, ड्रोन रात करीब 2 बजे भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया था। जैसे ही इसका मूवमेंट पकड़ा गया, चौकसी बढ़ा दी गई और बीएसएफ जवानों ने फायरिंग कर उसे नीचे गिरा दिया। मौके से बरामद वस्तुओं को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
पकड़े गए ड्रोन से हथियार, कारतूस और कुछ नशीली वस्तुएं मिलने की संभावना जताई जा रही है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, ड्रोन का संचालन पाकिस्तान की आईएसआई समर्थित आतंकी नेटवर्क द्वारा किया जा रहा था। इससे पहले भी अमृतसर, पठानकोट और गुरदासपुर में इसी तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रोन का इस्तेमाल अब सीमाओं पर पारंपरिक घुसपैठ की तुलना में आसान और कम जोखिम वाला तरीका बन गया है, और इसी कारण यह चुनौती लगातार गंभीर होती जा रही है।
इस घटना के तुरंत बाद गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय को रिपोर्ट भेज दी गई है। केंद्र सरकार ने पंजाब और जम्मू-कश्मीर की सीमाओं पर ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम को और सशक्त करने के निर्देश दिए हैं। सुरक्षा एजेंसियों को आधुनिक उपकरण और एंटी-ड्रोन तकनीक से लैस किया जा रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की कोई भी कोशिश सफल न हो सके।
बीएसएफ के साथ-साथ पंजाब पुलिस, एनआईए और आईबी की टीमों ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। स्थानीय ग्रामीणों को भी सतर्क किया गया है और उन्हें कहा गया है कि अगर कोई संदिग्ध वस्तु दिखाई दे तो तुरंत इसकी सूचना दें।
घटना पर पंजाब सरकार ने केंद्र से और सहायता की मांग की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की सीमाएं राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी हुई हैं और यहां आधुनिक तकनीक की ज़रूरत है। वहीं विपक्षी दलों ने भी ड्रोन गतिविधियों को लेकर चिंता जताई है और एक व्यापक राष्ट्रीय नीति की मांग की है।