प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच राष्ट्रीय हितों, नीतियों और आगामी योजनाओं को लेकर चर्चा हुई। यह बैठक ऐसे समय पर हुई जब देश चुनावी माहौल में प्रवेश कर चुका है।
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नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार भेंट की। यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई जब देश आम चुनाव की दिशा में अग्रसर है, और सरकार की नीतियों तथा उपलब्धियों को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज़ है।
सूत्रों के अनुसार, यह बैठक पूरी तरह से शिष्टाचार मुलाकात थी, लेकिन इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा, विकास योजनाएं, लोकसभा चुनाव की तैयारियां, और आर्थिक नीति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
राष्ट्रपति भवन से जारी एक संक्षिप्त बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को देश की वर्तमान राजनीतिक और आर्थिक स्थिति की जानकारी दी और सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में अवगत कराया।
भारतीय लोकतंत्र की परंपरा में यह आम है कि प्रधानमंत्री समय-समय पर राष्ट्रपति से मिलकर देश के हालात पर चर्चा करते हैं। हालांकि यह मुलाकात औपचारिक प्रकृति की थी, लेकिन इसके राजनीतिक निहितार्थ भी निकाले जा रहे हैं।
जानकारों का मानना है कि चुनावी समय में इस तरह की बैठकें न सिर्फ संवैधानिक औपचारिकता होती हैं, बल्कि इससे जनता को यह संदेश भी जाता है कि सरकार अपने दायित्वों को लेकर गंभीर है।
चूंकि देश आम चुनाव की दहलीज पर खड़ा है, इसलिए इस भेंट को कई राजनीतिक विशेषज्ञ रणनीतिक मुलाकात के रूप में देख रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को केंद्र सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी दी और चुनाव पूर्व उनकी स्थिति से अवगत कराया।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने राष्ट्रपति को हाल ही में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक, विदेशी निवेश परियोजनाओं, और देश की अर्थव्यवस्था में हुए सुधारों की जानकारी भी दी।
मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच भारत की वैश्विक भूमिका, G20 की अध्यक्षता, और भारत-मध्य एशिया संबंधों को लेकर भी बातचीत हुई। पीएम मोदी ने बताया कि भारत वैश्विक मंच पर किस प्रकार विकासशील देशों की आवाज़ बनकर उभरा है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने प्रधानमंत्री को उनके अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं और देश के सतत विकास में उनके योगदान की सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू की यह मुलाकात जैसे ही सामने आई, सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गईं। ट्विटर पर हैशटैग #ModiMeetsMurmu, #PMModi, और #RashtrapatiBhavan ट्रेंड करने लगे।
लोगों ने इसे भारतीय लोकतंत्र की गरिमा का प्रतीक बताया, जबकि कुछ ने इसे भावी राजनीतिक समीकरणों से भी जोड़ा।
विशेषज्ञों का मानना है कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की इस तरह की बातचीतें देश की राजनीतिक स्थिरता और नीतिगत निरंतरता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। राष्ट्रपति देश की संवैधानिक प्रमुख होती हैं, और प्रधानमंत्री सरकार का संचालन करते हैं—दोनों के बीच संवाद राष्ट्रीय हित में होता है।
इस मुलाकात ने यह स्पष्ट किया कि सरकार देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को लेकर एक रणनीतिक और समर्पित दृष्टिकोण अपना रही है।