पहल्गाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने पुंछ सहित जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। पुंछ में सेना, सीआरपीएफ और पुलिस ने संयुक्त गश्त बढ़ा दी है और हर संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों ने इनपुट्स के आधार पर ठोस कार्रवाई शुरू कर दी है।
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पहल्गाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद, जिसमें कई निर्दोष नागरिकों की जान गई, जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भी सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व रूप से सख्त कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि आतंकी संगठन अब पुंछ और आसपास के इलाकों को भी निशाना बना सकते हैं। इसे देखते हुए सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन और गश्त तेज कर दी है।
पुंछ, जो कि सीमा से सटा संवेदनशील इलाका है, वहां पर इस वक्त हाई अलर्ट जारी है। मुख्य सड़कों, कस्बों और गांवों में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। हर आने-जाने वाले वाहन और संदिग्ध व्यक्ति की जांच की जा रही है। सुरक्षाबलों ने रणनीतिक स्थानों पर नाके लगा दिए हैं और ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
सूत्रों के अनुसार, खुफिया एजेंसियों को कुछ संदिग्ध मूवमेंट की जानकारी मिली थी, जिसके बाद पुंछ में सुरक्षा बढ़ा दी गई। सुरक्षा बल घाटियों, जंगलों और सीमावर्ती इलाकों में तलाशी अभियान चला रहे हैं। स्थानीय पुलिस प्रशासन भी गांवों के सरपंचों और प्रभावशाली नागरिकों के साथ संपर्क में है ताकि हर संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत मिल सके।
इसके अलावा, स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। ड्रोन कैमरों के माध्यम से पहाड़ी इलाकों पर नजर रखी जा रही है। यह कदम आतंकियों की संभावित घुसपैठ और हमलों को रोकने के लिए उठाया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की जानकारी तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या सुरक्षाबलों को दें। पुंछ में सामुदायिक सतर्कता के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है, जिसमें नागरिकों की भागीदारी बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।
पुंछ के नागरिकों ने भी सुरक्षा एजेंसियों को सहयोग देने की बात कही है और सरकार से मांग की है कि क्षेत्र में स्थायी सुरक्षा उपाय लागू किए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
केंद्र सरकार ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि आतंकवाद के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति को सख्ती से लागू किया जाएगा। गृहमंत्री अमित शाह ने निर्देश दिए हैं कि जम्मू-कश्मीर में किसी भी आतंकी संगठन को पुनर्गठन और फैलाव का मौका न मिले। पुंछ और अन्य सीमावर्ती जिलों में आधुनिक हथियारों और तकनीक से लैस जवानों की तैनाती बढ़ाई जा रही है।
इस पूरे घटनाक्रम का संदेश स्पष्ट है – सरकार और सुरक्षा एजेंसियां अब कड़ी निगरानी और सख्त कार्रवाई के मूड में हैं। आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।