पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रसिद्ध अभिनेता अतुल कुलकर्णी ने इलाके का दौरा किया और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लोगों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील करते हुए राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया। कुलकर्णी ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सुरक्षा बलों का मनोबल भी बढ़ाया।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस घटना के बाद अभिनेता और सामाजिक कार्यकर्ता अतुल कुलकर्णी ने पहलगाम का दौरा कर पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। अपने दौरे के दौरान उन्होंने कहा कि आज पूरे देश को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ खड़ा होना होगा।
कुलकर्णी ने स्थानीय लोगों और सुरक्षाबलों से मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि पूरा देश उनके साथ है। उन्होंने कहा, “आतंकवाद केवल किसी एक क्षेत्र का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह पूरे भारत के खिलाफ युद्ध है। हमें मिलकर इसका मुकाबला करना होगा।” उनकी इस अपील को स्थानीय जनता और सोशल मीडिया पर जबरदस्त समर्थन मिल रहा है।
अतुल कुलकर्णी ने आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष पर्यटकों और सुरक्षा बलों के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीदों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और कहा कि देश उनका बलिदान कभी नहीं भूलेगा। कुलकर्णी ने यह भी कहा कि सरकार और समाज दोनों को मिलकर पीड़ित परिवारों के पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने अपने संदेश में युवाओं से भी अपील की कि वे आतंक के खिलाफ एकजुट हों और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करें। “हमें नफरत नहीं, प्रेम और शांति का रास्ता चुनना चाहिए,” उन्होंने कहा।
पहलगाम में मौजूद सुरक्षा बलों के साथ बातचीत के दौरान अतुल कुलकर्णी ने उनकी बहादुरी और बलिदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारी सेनाओं का समर्पण देश को सुरक्षित रखता है और हमें उनके परिश्रम और बलिदान को सलाम करना चाहिए। इस मौके पर कुलकर्णी ने सुरक्षाबलों को एकजुटता और समर्थन का प्रतीक स्वरूप तिरंगा भेंट किया।
उन्होंने सुरक्षाबलों को आश्वस्त किया कि देश की जनता उनके प्रयासों के पीछे मजबूती से खड़ी है और हर मुश्किल घड़ी में उनका समर्थन करेगी।
अपने दौरे के अंत में अतुल कुलकर्णी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और इसे जड़ से खत्म करने के लिए हर भारतीय को एक साथ आना होगा। उन्होंने नेताओं से भी अपील की कि वे अपने राजनीतिक मतभेद भुलाकर आतंकवाद के खिलाफ साझा रणनीति तैयार करें।
उन्होंने कहा कि पहलगाम की यह त्रासदी हमें याद दिलाती है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और शांति के लिए सभी नागरिकों की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। कुलकर्णी ने युवाओं से विशेष तौर पर अपील करते हुए कहा कि वे सोशल मीडिया और अन्य मंचों पर एकजुटता का संदेश फैलाएं और अफवाहों व नफरत फैलाने वालों से सावधान रहें।