प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस हमले ने आतंकवाद का सबसे क्रूर चेहरा सामने ला दिया है। अपने संबोधन में उन्होंने सुरक्षाबलों की वीरता की सराहना की और आतंक के खिलाफ "जीरो टॉलरेंस" नीति दोहराई। पीएम मोदी ने देशवासियों से एकजुट रहने की अपील की और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर देश को संबोधित करते हुए इसे “आतंकवाद का सबसे क्रूर चेहरा” बताया। इस हमले में हमारे वीर जवानों और निर्दोष नागरिकों की शहादत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। पीएम मोदी ने न केवल पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की, बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरतेगा।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, “पहलगाम का हमला उन लोगों का चेहरा उजागर करता है जो शांति और मानवता के दुश्मन हैं। यह हमला सिर्फ एक क्षेत्र पर नहीं, बल्कि पूरे भारत पर है, और इसका जवाब उसी दृढ़ता से दिया जाएगा।”
सुरक्षाबलों की वीरता पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह से हमारे जवानों ने मोर्चा संभाला, वह अभूतपूर्व है। उन्होंने न सिर्फ आम नागरिकों को बचाया, बल्कि हमलावरों को मुंहतोड़ जवाब भी दिया। यह भारत की सुरक्षा व्यवस्था और उसकी तत्परता का प्रमाण है।
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार आतंकवाद के खिलाफ अपनी “जीरो टॉलरेंस” नीति पर अडिग है। उन्होंने बताया कि खुफिया तंत्र को और मजबूत किया जा रहा है, सीमा पर सुरक्षा बढ़ाई गई है और सभी सुरक्षाबलों को सतर्क कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि “हम आतंक के हर उस ठिकाने को नष्ट करेंगे जहां से हमारे देश के खिलाफ साजिश रची जाती है।”
पीएम मोदी ने जनता से एकजुट रहने की अपील की और अफवाहों से बचने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि देश की एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है, और यही आतंकवादियों की सबसे बड़ी हार होगी।
प्रधानमंत्री के इस भाषण के तुरंत बाद, पूरे देशभर में श्रद्धांजलि सभाएं और कैंडल मार्च आयोजित किए गए। सोशल मीडिया पर भी #PahalgamAttack #ModiOnTerrorism जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
पीएम मोदी ने विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर की जनता का धन्यवाद किया जिन्होंने न केवल हमले के तुरंत बाद सुरक्षाबलों की सहायता की, बल्कि घायल नागरिकों को अस्पताल पहुंचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, “कश्मीर की धरती पर इस प्रकार की नफरत की कोई जगह नहीं है। यहां की जनता शांति चाहती है, और हम उन्हें वह वातावरण जरूर देंगे।”
प्रधानमंत्री ने शहीदों के परिवारों के लिए आर्थिक सहायता और विशेष योजनाओं की भी घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार देश की सुरक्षा के लिए कोई भी समझौता नहीं करेगी, चाहे उसकी कितनी भी कीमत क्यों न हो।
अंत में, प्रधानमंत्री मोदी ने यह कहते हुए अपना संबोधन समाप्त किया, “भारत डरेगा नहीं, रुकेगा नहीं, झुकेगा नहीं। हम आतंक के हर स्वरूप को मिटा देंगे। वीर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।”