देश की राजधानी में एक महिला ने धोखे से शादी कर लेने और फिर धमकाने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता ने कहा कि उसे प्रेम और वादों के जाल में फंसाकर धोखा दिया गया और जब उसने सच जानना चाहा तो धमकियों का सामना करना पड़ा। अब वह न्याय की मांग कर रही है और पुलिस से कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जता रही है।
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नई दिल्ली:
दिल्ली में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिसमें एक महिला ने कथित रूप से धोखे से शादी करवाने और फिर जान से मारने की धमकियां मिलने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने यह आरोप अपने पति और उसके परिवार पर लगाया है। उसका कहना है कि उसे प्रेम, भरोसा और झूठे वादों के सहारे शादी के लिए मजबूर किया गया और जब सच्चाई सामने आई तो उसे चुप कराने के लिए धमकियों का सहारा लिया गया।
पीड़िता ने मीडिया से बातचीत में कहा, “जब मैं उससे मिली थी, तो उसने खुद को अविवाहित और धार्मिक बताया। उसने मुझसे शादी करने के लिए प्यार और जीवनभर साथ निभाने की कसमें खाईं। लेकिन बाद में पता चला कि वह पहले से शादीशुदा था और उसका असली नाम भी छिपाया गया था।”
पीड़िता ने बताया कि जब उसने विरोध किया और सच्चाई जानने की कोशिश की, तो उसे लगातार धमकियां मिलने लगीं। “उन्होंने कहा कि अगर तुमने कुछ कहा तो तुम्हें और तुम्हारे परिवार को खत्म कर देंगे,” उसने रोते हुए कहा।
पीड़िता का कहना है कि उसने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। “मैंने सारे सबूत दिए हैं—चैट, कॉल रिकॉर्डिंग, शादी के फोटोज—लेकिन फिर भी पुलिस टालमटोल कर रही है,” उसने आरोप लगाया।
वहीं, पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। संबंधित व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही उचित कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
मामले में धार्मिक पहचान छिपाकर शादी करने का भी एंगल सामने आ रहा है, जिससे सोशल मीडिया पर भी हलचल बढ़ गई है। कुछ यूजर्स इसे ‘लव जिहाद’ से जोड़कर देख रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि यह एक पर्सनल फ्रॉड केस है जिसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए।
घटना पर कई महिला संगठनों ने चिंता जताई है। दिल्ली महिला आयोग की एक सदस्य ने कहा, “अगर कोई महिला यह आरोप लगा रही है कि उसके साथ धोखे से शादी की गई और धमकाया गया, तो इस पर तत्काल एक्शन होना चाहिए। महिला की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना सरकार और पुलिस की प्राथमिकता होनी चाहिए।”
यह मामला न सिर्फ कानूनी बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी चिंता का विषय बन गया है। कैसे कोई व्यक्ति पहचान छिपाकर शादी कर सकता है, और कैसे पीड़िता को न्याय मिलने में इतना समय लग सकता है, यह आज के सिस्टम की एक बड़ी खामी को उजागर करता है।
कानून विशेषज्ञों के अनुसार, अगर धोखा, धमकी और पहचान छिपाकर शादी के पर्याप्त सबूत सामने आते हैं, तो आरोपी पर IPC की धारा 420, 506 और 493 के तहत गंभीर कार्रवाई हो सकती है।
पीड़िता अब मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म के ज़रिए अपने लिए न्याय की मांग कर रही है। उसका कहना है कि “अब मैं चुप नहीं बैठने वाली। मेरे साथ जो हुआ, वह किसी और के साथ न हो, इसके लिए मैं लड़ूंगी।”
वहीं पुलिस पर बढ़ते दबाव के चलते उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस मामले में गिरफ्तारी या अन्य कठोर कदम लिए जा सकते हैं।