दिल्ली पुलिस ने भीड़ नियंत्रण और आपात स्थितियों से निपटने के लिए अत्याधुनिक LRAD (Long Range Acoustic Device) सिस्टम को तैयार किया है। यह हाईटेक सिस्टम न केवल आवाज़ों को दूर तक प्रसारित कर सकता है, बल्कि चेतावनी देने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगा। पुलिस की इस तकनीकी पहल से राष्ट्रीय राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया गया है।
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दिल्ली पुलिस ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाने के लिए एक बड़ा और तकनीकी रूप से उन्नत कदम उठाया है। अब किसी भी भीड़ नियंत्रण, प्रदर्शन, या आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पुलिस के पास होगा LRAD (Long Range Acoustic Device) – एक ऐसा सिस्टम जो लंबी दूरी तक स्पष्ट और तेज़ ध्वनि संदेश प्रसारित करने की क्षमता रखता है।
यह सिस्टम खासतौर पर उन स्थितियों में कारगर होगा जब पारंपरिक लाउडस्पीकर या सायरन प्रभावी नहीं होते। LRAD की मदद से दिल्ली पुलिस बड़े समूहों या भीड़ को नियंत्रित करने में सक्षम होगी, साथ ही चेतावनी संदेशों को भी भीड़ तक स्पष्ट रूप से पहुंचा सकेगी। इसकी ध्वनि सीमा कई सौ मीटर तक हो सकती है, जो इसे बेहद प्रभावशाली बनाती है।
LRAD एक नॉन-लेथल डिवाइस है, जिसे दुनिया के कई विकसित देशों में प्रदर्शन नियंत्रण और आपदा प्रबंधन के लिए उपयोग किया जाता है। यह डिवाइस दिशात्मक ध्वनि तरंगें भेजती है, जो कि आम लाउडस्पीकर से कई गुना ज्यादा स्पष्ट और दूरी तक पहुंचने वाली होती हैं। इससे पुलिस को बिना हिंसा के, केवल ध्वनि के माध्यम से स्थिति पर नियंत्रण पाने का मौका मिलता है।
दिल्ली जैसे मेट्रोपोलिटन शहर में आए दिन राजनीतिक रैलियां, विरोध प्रदर्शन और धार्मिक जुलूस होते रहते हैं। कई बार हालात बिगड़ जाते हैं और भीड़ पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो जाता है। LRAD जैसे तकनीकी उपकरणों की सहायता से अब संवेदनशील क्षेत्रों में भी शांति बनाए रखना आसान होगा। साथ ही पुलिस बल को शारीरिक टकराव से बचाते हुए नियंत्रण बनाए रखने में मदद मिलेगी।
दिल्ली पुलिस ने इस तकनीक को अपनाकर यह संकेत दे दिया है कि अब वह आधुनिक टेक्नोलॉजी को सुरक्षा के साथ जोड़कर काम करना चाहती है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में LRAD को वीआईपी सुरक्षा, चुनावी रैलियों और बड़े धार्मिक आयोजनों के दौरान तैनात किया जाएगा। इसका पहला परीक्षण सफल रहा है और जल्द ही इसे स्थायी रूप से कई थानों में तैनात किया जा सकता है।
LRAD के इस्तेमाल को लेकर जनता के बीच जागरूकता फैलाना भी ज़रूरी है ताकि लोग इसकी आवाज़ से घबराएं नहीं। पुलिस विभाग इसके लिए डेमो सत्र और जनसंपर्क अभियान शुरू करने की योजना बना रहा है, जिससे लोग समझ सकें कि यह डिवाइस केवल सावधानी और नियंत्रण के लिए है, न कि किसी दमनात्मक कार्रवाई का हिस्सा।