जम्मू-कश्मीर में हुए ताज़ा एनकाउंटर से पहले का ड्रोन फुटेज सामने आया है, जिसमें आतंकियों को एक शेड में छिपा हुआ देखा गया। सुरक्षाबलों की मुस्तैदी और खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। इस मुठभेड़ में कई आतंकी मारे गए, और इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
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जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों के बीच एक नई ड्रोन फुटेज ने सनसनी फैला दी है। यह फुटेज उस एनकाउंटर से ठीक पहले की है, जिसमें सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ संदिग्ध आतंकी एक पुराने टिन के शेड में छिपे हुए हैं, जो रिहायशी इलाके से कुछ दूरी पर स्थित है।
इस खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना, CRPF और स्थानीय पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया। ऑपरेशन शुरू होते ही आतंकियों ने भारी गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाला। मुठभेड़ कई घंटों तक चली, और अंत में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया। इन आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ।
ड्रोन से ली गई इस फुटेज ने सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली में एक नई क्रांति ला दी है। इससे आतंकियों की सही लोकेशन का पता लगाने में आसानी हुई, और किसी भी प्रकार के आम नागरिक को नुकसान पहुंचाए बिना ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। यह तकनीक भविष्य में आतंक विरोधी अभियानों में और भी अहम साबित हो सकती है।
एनकाउंटर के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। सुरक्षाबलों का मानना है कि कुछ और आतंकी इलाके में छिपे हो सकते हैं। गांववालों को सुरक्षा के मद्देनज़र घरों में रहने की सलाह दी गई है, और सभी एंट्री-पॉइंट्स को सील कर दिया गया है।
इस ऑपरेशन के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद गृह मंत्रालय और सेना प्रमुख ने सुरक्षाबलों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए हमारी सेनाएं हर समय तैयार हैं, और आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी।
ड्रोन तकनीक के प्रयोग ने यह भी साबित कर दिया कि अब आतंकियों के लिए छिपना आसान नहीं रहेगा। यह फुटेज न केवल सुरक्षाबलों के साहस को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत अब तकनीकी रूप से भी आतंक के खिलाफ पूरी तरह सक्षम है।
स्थानीय नागरिकों ने भी सुरक्षाबलों के प्रयासों की प्रशंसा की है और सहयोग करने का आश्वासन दिया है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हम अपने बच्चों के लिए एक शांत कश्मीर चाहते हैं, और इसके लिए सेना का साथ देना हमारा कर्तव्य है।”
इस मुठभेड़ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आतंक का कोई भविष्य नहीं है, और भारत की सेना हर मोर्चे पर तैयार है। ड्रोन फुटेज ने जो तस्वीरें दिखाईं, वो भले ही डरावनी थीं, लेकिन उनमें भारत के सुरक्षा तंत्र की ताक़त भी नजर आई।