जम्मू में बीती रात एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया गया, जब पाकिस्तान से दागी गईं मिसाइलों को भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने बीच में ही इंटरसेप्ट कर लिया। इस हमले के बाद पूरे शहर में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई और ब्लैकआउट की स्थिति बन गई। सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं और पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
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जम्मू में एक बड़ी तबाही को टालते हुए भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान की ओर से दागी गई मिसाइलों को सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर लिया। यह घटना मंगलवार रात करीब 10:45 बजे की है, जब जम्मू के कई इलाकों में जोरदार धमाके की आवाजें सुनी गईं। शुरुआती जांच में सामने आया कि यह मिसाइलें अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से दागी गई थीं और इनका निशाना सैन्य ठिकाने और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे थे।
मिसाइल इंटरसेप्ट किए जाने के तुरंत बाद, पूरे जम्मू शहर में बिजली गुल हो गई, जिससे ब्लैकआउट की स्थिति उत्पन्न हो गई। सुरक्षा कारणों से बिजली आपूर्ति रोकी गई, ताकि किसी भी संभावित हमले से बचा जा सके और संवेदनशील ठिकानों की पहचान करना मुश्किल हो जाए।
घटना के बाद भारतीय सेना, वायु सेना और पुलिस बल ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है। सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं और बॉर्डर इलाकों में अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह हमला न केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए था, बल्कि इससे जम्मू-कश्मीर में तनाव और डर का माहौल बनाने की भी कोशिश की गई थी।
नई जानकारी के अनुसार, इंटरसेप्ट की गई मिसाइलें पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन के सहयोग से दागी गई थीं। इसमें उच्च तकनीक का इस्तेमाल किया गया था, जिससे यह साबित होता है कि हमले की योजना कई दिनों से बनाई जा रही थी। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पहले ही इस तरह की संभावित कार्रवाई की चेतावनी दी थी, जिसके चलते एयर डिफेंस सिस्टम पहले से सक्रिय था।
ब्लैकआउट की वजह से आम जनता में दहशत फैल गई। सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने अपनी चिंता और अनुभव साझा किए। कई इलाकों में मोबाइल नेटवर्क भी प्रभावित हुआ, जिससे संपर्क साधना मुश्किल हो गया। हालांकि, बिजली विभाग और प्रशासन ने जल्द ही काम शुरू किया और 3-4 घंटों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई।
इस हमले को लेकर केंद्र सरकार और रक्षा मंत्रालय ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। गृहमंत्री ने एक बयान में कहा कि भारत अपनी संप्रभुता के खिलाफ किसी भी कोशिश को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा और जो भी इस हमले के पीछे है, उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा।
स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों की तत्परता की तारीफ की है और कहा कि अगर मिसाइलें इंटरसेप्ट न की जातीं, तो कई जानें जा सकती थीं। कई नागरिकों ने यह भी मांग की है कि बॉर्डर इलाकों में सुरक्षा और मजबूत की जाए और पाकिस्तानी कार्रवाई का सख्त जवाब दिया जाए।
भारत की वायु रक्षा प्रणाली की यह सफलता दर्शाती है कि देश अब किसी भी तरह की घुसपैठ या आतंकी हमले का तुरंत और प्रभावशाली जवाब देने में सक्षम है। पिछले कुछ वर्षों में रक्षा तकनीक में भारत ने जो प्रगति की है, यह घटना उसकी प्रत्यक्ष मिसाल है।
अभी तक किसी भी जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह घटना देश की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक चेतावनी है कि सीमापार दुश्मन कभी भी कोई नया षड्यंत्र रच सकता है।
देशभर से लोग सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए जम्मू के लोगों के साथ एकजुटता दिखा रहे हैं। यह एक बार फिर साबित करता है कि भारत आतंक के खिलाफ एकजुट है और हर बार मजबूत होकर उभरेगा।