गुजरात के जूनागढ़ जिले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया। अतिक्रमण हटाने की इस मुहिम को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि ये कार्रवाई कानून के तहत और न्यायिक आदेशों के आधार पर की गई है।
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गुजरात के जूनागढ़ जिले में प्रशासन ने अवैध निर्माणों और अतिक्रमण के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए बुलडोजर कार्रवाई शुरू कर दी है। यह कदम लंबे समय से स्थानीय लोगों और प्रशासन के बीच तनाव का कारण बने अवैध ढांचों को हटाने के लिए उठाया गया है। प्रशासन का कहना है कि जिन संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया गया है, वे सभी न्यायिक आदेश और कानूनी प्रक्रिया के बाद चिन्हित की गई थीं।
कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। मौके पर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक मौजूद रहे। प्रशासन ने साफ किया है कि यह कोई राजनीतिक कदम नहीं, बल्कि शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने की मुहिम का हिस्सा है।
बुलडोजर कार्रवाई को लेकर स्थानीय नागरिकों की राय बंटी हुई है। कुछ लोग इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं और इसे शहर की साफ-सफाई और सुव्यवस्था की दिशा में अहम कदम मान रहे हैं। वहीं, प्रभावित परिवारों का कहना है कि उन्हें नोटिस मिलने के बावजूद पर्याप्त समय नहीं दिया गया, जिससे उनके आशियाने उजड़ गए।
कुछ राजनीतिक संगठनों ने भी इस मुद्दे पर बयान दिए हैं। विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया है कि प्रशासन गरीबों और छोटे दुकानदारों को निशाना बना रहा है, जबकि बड़े भू-माफियाओं को छोड़ दिया गया है। हालांकि, प्रशासन ने इस आरोप को सिरे से खारिज किया है।
जूनागढ़ नगर निगम और स्थानीय प्रशासन के अनुसार, यह पूरी कार्रवाई उच्च न्यायालय और जिला न्यायालय के आदेशों के अनुरूप की गई है। प्रभावित लोगों को समय पर नोटिस दिए गए थे और अवैध निर्माण हटाने के लिए चेतावनी भी दी गई थी। बावजूद इसके जब कार्रवाई नहीं हुई, तो मजबूरी में बुलडोजर चलाना पड़ा।
यह अतिक्रमण हटाओ अभियान जूनागढ़ के मुख्य बाजार इलाकों, रिहायशी कॉलोनियों और सरकारी भूमि पर कब्जे वाले क्षेत्रों में चलाया गया। इस कार्रवाई का मकसद न केवल सरकारी जमीन को खाली कराना था, बल्कि भविष्य में अवैध कब्जों को हतोत्साहित करना भी है।
प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में शहर के अन्य इलाकों में भी इसी प्रकार की कार्रवाई की जाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि जूनागढ़ को साफ, व्यवस्थित और सुरक्षित शहर बनाया जाए। इसके लिए अगर सख्त कदम उठाने की ज़रूरत हो, तो हम पीछे नहीं हटेंगे।”
इस अभियान को लेकर नगर निगम अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर शिकायत और दस्तावेज सत्यापन की सुविधा भी शुरू करने जा रहा है, ताकि किसी को अनावश्यक परेशानी न हो और कानून का पालन हो सके।