उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गंगोत्री धाम पहुंचे जहां उन्होंने मां गंगा की पूजा-अर्चना की और क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा भी की। इस आध्यात्मिक यात्रा में उन्होंने चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और श्रद्धालुओं की सुविधा को सर्वोपरि बताते हुए स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए। सीएम धामी ने स्थानीय लोगों से संवाद कर जन समस्याएं भी सुनीं।
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में गंगोत्री धाम का दौरा किया, जहां उन्होंने मां गंगा की पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख-समृद्धि और पर्यटकों की सुरक्षा की कामना की। यह दौरा न केवल एक आध्यात्मिक यात्रा था, बल्कि प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी अहम था क्योंकि चारधाम यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु इस पवित्र स्थल पर पहुंचते हैं।
सीएम धामी ने पूजा के बाद गंगोत्री मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण और व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही उन्होंने यातायात व्यवस्था, ठहरने की सुविधा और आपदा प्रबंधन की तैयारियों का भी जायजा लिया।
सीएम धामी ने अपने दौरे के दौरान कहा कि चारधाम यात्रा केवल उत्तराखंड की पहचान नहीं बल्कि देश की आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि श्रद्धालुओं को हर सुविधा मिल सके और यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाया जाए। इसके लिए सरकार ने आधुनिक तकनीक और डिजिटल टूल्स को शामिल किया है ताकि भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन सहायता समय रहते पहुंच सके।
सीएम धामी ने अपने दौरे में स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों से संवाद भी किया और उनकी समस्याएं सुनीं। व्यापारियों ने पर्यटन सीजन में सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर सुझाव दिए। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ाने, सड़क संपर्क सुधारने और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए गंभीर है।
उन्होंने कहा कि ग्राम पर्यटन, हस्तशिल्प, और स्थानीय उत्पादों के ब्रांडिंग को बढ़ावा देकर उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जाएगा।
गंगोत्री दौरा केवल आस्था का विषय नहीं था बल्कि यह भी दिखाता है कि सरकार धार्मिक स्थलों के साथ-साथ विकास कार्यों को लेकर कितनी प्रतिबद्ध है। सीएम धामी ने यह भी कहा कि राज्य में इको-टूरिज्म, स्वच्छता अभियान, और सतत विकास को लेकर कई योजनाएं शुरू की जा चुकी हैं जो आने वाले समय में उत्तराखंड को एक मॉडल राज्य बनाएंगी।