उत्तर प्रदेश में निर्मित गंगा एक्सप्रेसवे को भारत का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे बनने का गौरव मिला है, जहां भारतीय वायुसेना (IAF) के लड़ाकू विमान अब रात में भी लैंडिंग और टेकऑफ कर सकेंगे। यह सुविधा न केवल सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि देश की एयर डिफेंस कैपेबिलिटी को भी एक नया आयाम देती है। राफेल, मिराज और सुखोई जैसे विमान अब इस स्ट्रिप पर आपात स्थिति में उतर सकेंगे।
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भारत की सैन्य शक्ति और बुनियादी ढांचे को मजबूती देने की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। उत्तर प्रदेश के गंगा एक्सप्रेसवे पर अब रात के समय भी भारतीय वायुसेना (IAF) के विमान उतर सकेंगे। यह देश का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे बन गया है जिसे नाइट ऑपरेशनल एयरस्ट्रिप के रूप में विकसित किया गया है। अब राफेल, सुखोई, मिराज 2000, जगुआर जैसे लड़ाकू विमान न केवल दिन में, बल्कि रात के समय भी इस पर आपातकालीन स्थिति में लैंडिंग कर सकेंगे।
यह उपलब्धि देश की रणनीतिक और सामरिक तैयारियों को दर्शाती है। एक्सप्रेसवे पर बनी यह एयरस्ट्रिप पूरी तरह से IAF के मानकों पर आधारित है। इसमें रनवे लाइटिंग सिस्टम, विज़ुअल इंडिकेटर, और मोबाइल कंट्रोल यूनिट्स जैसी आधुनिक सुविधाएं भी मौजूद हैं, जो इसे रात्रि लैंडिंग योग्य बनाती हैं।
पूर्वी और पश्चिमी भारत को जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेसवे पर इस एयरस्ट्रिप का निर्माण भारत की सैन्य रणनीति के तहत किया गया है। उत्तर प्रदेश में इसकी स्थिति इसे उत्तर भारत की एयर डिफेंस रणनीति में महत्वपूर्ण बनाती है। यह सुविधा खासतौर पर उन परिस्थितियों के लिए तैयार की गई है जब हवाई अड्डे काम नहीं कर पा रहे हों या युद्धकालीन परिस्थितियों में लड़ाकू विमानों को तुरंत लैंडिंग की आवश्यकता हो।
गंगा एक्सप्रेसवे की यह स्ट्रिप ना केवल वॉर टाइम बैकअप है बल्कि डिजास्टर मैनेजमेंट ऑपरेशन्स में भी उपयोगी साबित हो सकती है।
गंगा एक्सप्रेसवे की यह एयरस्ट्रिप भारत की पहली ऐसी सुविधा है जो नाइट ऑपरेशन्स के लिए तैयार की गई है। इससे पहले आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर भी फाइटर जेट्स की लैंडिंग हो चुकी है, लेकिन वह केवल दिन के समय की ऑपरेशनल स्ट्रिप थी। इस नई सुविधा के साथ भारत अब उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जहां हाईवे-बेस्ड एयरस्ट्रिप्स नाइट लैंडिंग के लिए भी उपयोगी हैं।
यह उपलब्धि भारतीय रक्षा मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार की साझा योजना का परिणाम है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना को विशेष प्राथमिकता दी और गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के तहत रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस योजना की सराहना करते हुए इसे देश की सुरक्षा के लिए एक “गेम चेंजर” करार दिया।
गंगा एक्सप्रेसवे की यह एयरस्ट्रिप न केवल सैन्य दृष्टि से बल्कि आम नागरिकों के लिए भी लाभदायक साबित हो सकती है। आपात स्थिति में इस स्ट्रिप को एयर एंबुलेंस और राहत कार्यों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।