शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राऊत ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है। राऊत का कहना है कि कांग्रेस को अब खुलासों से आगे बढ़कर प्रधानमंत्री से इस्तीफा मांगना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की जनता के सामने सच्चाई आ चुकी है, अब वक्त है कार्रवाई का। उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
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संजय राऊत का तीखा हमला: “कांग्रेस को खुलासे नहीं, पीएम मोदी से इस्तीफा मांगना चाहिए”
देश की राजनीति में इन दिनों काफी उथल-पुथल मची हुई है। विपक्षी दल एक के बाद एक मोदी सरकार पर हमले कर रहे हैं। इसी कड़ी में शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के प्रमुख नेता और राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को सलाह देते हुए कहा है कि अब सिर्फ खुलासों से काम नहीं चलेगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधा इस्तीफा मांगा जाना चाहिए।
राऊत का बयान ऐसे समय आया है जब देश में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। विपक्ष लगातार केंद्र सरकार की नीतियों, भ्रष्टाचार के आरोपों और कथित जनविरोधी फैसलों को लेकर हमलावर है। संजय राऊत ने कहा, “देश की जनता अब सब कुछ जान चुकी है। जितने खुलासे होने थे, हो चुके हैं। अब कांग्रेस और विपक्ष को निर्णायक कदम उठाना चाहिए और प्रधानमंत्री से इस्तीफा मांगना चाहिए।”
कांग्रेस पर भी साधा निशाना
हालांकि राऊत ने अपने बयान में कांग्रेस की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कई बार मुद्दों को सही समय पर भुनाने में विफल रही है। “अगर कांग्रेस वाकई में बदलाव चाहती है, तो उसे सिर्फ प्रेस कॉन्फ्रेंस और दस्तावेज जारी करने से आगे बढ़ना होगा,” उन्होंने जोड़ा। राऊत के अनुसार, जनता की भावनाओं को अगर सही दिशा में ले जाना है तो विपक्ष को एकजुट होकर ठोस मांग करनी होगी, और उसमें सबसे पहली मांग होनी चाहिए प्रधानमंत्री का इस्तीफा।
मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप
संजय राऊत ने अपने बयान में केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने पिछले 10 वर्षों में आम आदमी की उम्मीदों को तोड़ा है। “देश की जनता महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से परेशान है। सरकार सिर्फ प्रचार में व्यस्त है। असल मुद्दों पर कोई काम नहीं हो रहा,” राऊत ने कहा।
जनता का विश्वास डगमगाया
राऊत के अनुसार, भारत की जनता अब बदलाव चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में जो परिणाम सामने आए, वे इस बात का स्पष्ट संकेत हैं कि मोदी सरकार पर से जनता का भरोसा कमजोर हुआ है। “अगर आज भी कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल सिर्फ खुलासों में समय गंवाते रहे, तो यह मौका भी हाथ से निकल जाएगा।”
एकजुट विपक्ष की मांग
संजय राऊत ने विपक्ष से एकजुटता की अपील की। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार को घेरने का यही सबसे सही समय है। अगर विपक्षी दल अब भी बिखरे हुए रहे, तो जनता का भरोसा भी उनसे उठ जाएगा।” उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफा मांगने के लिए एक सामूहिक आवाज जरूरी है, जिससे सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
राजनीतिक हलचल में नया मोड़
राऊत के इस बयान ने राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया है। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा। लेकिन इतना साफ है कि अब विपक्ष सिर्फ कागजी लड़ाई नहीं, बल्कि मैदान में उतरकर निर्णायक संघर्ष की तैयारी में है।