भारत की खुफिया एजेंसियों और सैन्य रणनीति के तहत एक बड़ा कदम उठाया गया है। पाकिस्तान के बहावलपुर में स्थित आतंकी मसूद अज़हर के मुख्यालय 'मरकज़' को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई से भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को एक बार फिर दुनिया के सामने साबित कर दिया है।
Updated Date
ऑपरेशन सिंदूर एक ऐसे समय में सामने आया है जब आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक दबाव और क्षेत्रीय तनाव दोनों चरम पर हैं। इस सीक्रेट मिशन के तहत पाकिस्तान के बहावलपुर में स्थित मसूद अज़हर के मुख्य आतंकी केंद्र को सटीक सैन्य कार्रवाई के ज़रिए पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया। बहावलपुर मरकज़ जैश-ए-मोहम्मद की गतिविधियों का मुख्यालय माना जाता है, जहाँ आतंकियों को प्रशिक्षण, हथियार और विचारधारा दी जाती थी।
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इस मिशन को हफ्तों की निगरानी और योजना के बाद अंजाम दिया। सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन में ड्रोन तकनीक, सैटेलाइट सर्विलांस और जमीनी समर्थन का समुचित उपयोग किया गया। यह कार्रवाई न केवल एक रणनीतिक जीत है बल्कि भारत द्वारा आतंकवाद के खिलाफ लिए गए दृढ़ संकल्प का भी परिचायक है।
इस ऑपरेशन के जरिए भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अब किसी भी आतंकी हमले या गतिविधि को सीमा के बाहर भी जवाब देने के लिए तैयार है। मसूद अज़हर, जो कि पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड था, लंबे समय से पाकिस्तानी संरक्षण में रहकर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने उसे और उसकी आतंकी फैक्ट्री को सीधा संदेश दिया कि अब कार्रवाई के दिन हैं, चेतावनी के नहीं।
इस ऑपरेशन के बाद कई अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विश्लेषकों और देशों ने भारत की इस साहसी कार्रवाई की प्रशंसा की है। अमेरिका, फ्रांस और इजराइल जैसे देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के कदम को सराहा और कहा कि यह दुनिया को आतंक के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की प्रेरणा देता है। इसके अलावा, भारत ने संयुक्त राष्ट्र में भी इस कार्रवाई का उल्लेख करने की योजना बनाई है, ताकि पाकिस्तान पर और अधिक अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाया जा सके।
इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई है। वहां की सरकार ने पहले तो इस खबर को दबाने की कोशिश की लेकिन बाद में जब सोशल मीडिया पर मरकज़ की तस्वीरें सामने आईं तो पुष्टि करनी पड़ी। पाकिस्तानी सेना और आईएसआई अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि भारत की खुफिया एजेंसियां इतनी सटीक जानकारी कैसे प्राप्त कर सकीं। यह ऑपरेशन पाकिस्तानी आतंक नेटवर्क की सुरक्षा में भारी सेंध लगाने के रूप में देखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने पहले भी स्पष्ट किया है कि भारत की नीति जीरो टॉलरेंस फॉर टेरर पर आधारित है। ऑपरेशन सिंदूर उसी नीति का हिस्सा है। भारत अब केवल सीमा के भीतर नहीं, बल्कि जहां भी आतंक का ठिकाना होगा, वहां जाकर जवाब देने की रणनीति पर काम कर रहा है।