उत्तराखंड राज्य आंदोलन में महिलाओं को आंदोलन के प्रति जागरूक करने के लिए जिसने लड़ाई लड़ी, जिसके सहारे हजारों लाखों महिलाएं पृथक राज्य की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आईं। आज राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी नहीं रही।
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देहरादून। उत्तराखंड राज्य आंदोलन में महिलाओं को आंदोलन के प्रति जागरूक करने के लिए जिसने लड़ाई लड़ी, जिसके सहारे हजारों लाखों महिलाएं पृथक राज्य की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आईं। आज राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी नहीं रही। उनके निधन पर राज्यभर में लोगों ने श्रद्धांजलि दी।
उत्तराखंड की वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया। सुशीला बलूनी को हजारों लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि दी। लोगों ने इसे राज्य के लिए अपूरणीय क्षति बताया। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी के निधन पर राज्यभर में शोक की लहर है।
पुलिस ने दी अंतिम सलामी
सभी लोग सुशीला बलूनी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलकर उत्तराखंड राज्य को छात्रों का राज्य बनाने का संकल्प ले रहे हैं। कचहरी परिषद स्थित शहीद स्मारक पर राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी को श्रद्धांजलि दी गई। पुलिस की तरफ से उन्हें अंतिम सलामी दी गई।
इस दौरान सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के लोगों ने उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। विधायक देहरादून सविता कपूर, संरक्षक यूकेडी बीड़ी रतूड़ी व राज्य आंदोलनकारी सुलोचना भट्ट ने भी सुशीला बलूनी को अपनी श्रद्धांजलि दी।