पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर सीधा हमला करते हुए कहा, "आप कभी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे।" ये तीखा बयान ऐसे समय आया है जब देश में चुनावी माहौल गरम है और भाजपा-टीएमसी के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है।
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कोलकाता/नई दिल्ली – पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की मुखिया ममता बनर्जी ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर करारा हमला बोला है। इस बार उनका निशाना सीधे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर था।
एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा,
“आप कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे, क्योंकि जनता तानाशाही नहीं, लोकतंत्र चाहती है।“
यह बयान ऐसे समय आया है जब देश में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी जोरों पर है। भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच बंगाल की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोपों का दौर तेज हो चुका है।
ममता बनर्जी के इस बयान को कई राजनीतिक विश्लेषक सीधा सियासी चैलेंज मान रहे हैं, जिससे यह साफ होता है कि आगामी चुनाव में भाजपा और टीएमसी के बीच मुकाबला और तीखा होगा।
ममता ने न सिर्फ अमित शाह की प्रधानमंत्री बनने की संभावना पर सवाल उठाया, बल्कि भाजपा की पूरी कार्यशैली पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा देश को धर्म, जाति और नफरत के आधार पर बांट रही है।
उनका कहना था,
“जो लोग जनता को डराकर सत्ता में बने रहना चाहते हैं, वे कभी लोकतांत्रिक नेता नहीं बन सकते।”
भाजपा नेताओं ने ममता के बयान को हताशा की निशानी बताया है। पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “ममता बनर्जी यह जानती हैं कि बंगाल में अब उनकी जमीन खिसक रही है, इसलिए वह ऐसे भड़काऊ बयान दे रही हैं।”
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि “अमित शाह जैसा नेता प्रधानमंत्री बने या न बने, लेकिन ममता बनर्जी का सपना कभी पूरा नहीं होगा कि भाजपा बंगाल से मिट जाएगी।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ममता बनर्जी खुद को विपक्षी एकता की धुरी बनाना चाहती हैं। हाल के महीनों में उन्होंने दिल्ली, बिहार, और महाराष्ट्र में अन्य क्षेत्रीय नेताओं से मुलाकात की है।
इस बयान को भी इसी रणनीति के तहत देखा जा रहा है कि वह अमित शाह और नरेंद्र मोदी की जोड़ी के खिलाफ एक मजबूत वैकल्पिक चेहरा प्रस्तुत करना चाहती हैं।
टीएमसी अब भाजपा के हर कदम का जवाब आक्रामक अंदाज़ में देने की रणनीति पर काम कर रही है। ममता के करीबी नेताओं का कहना है कि पार्टी अब सोशल मीडिया, धरना-प्रदर्शन और जनसभाओं के जरिए सीधे जनता से संवाद बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा कि “जनता भाजपा की नीतियों से थक चुकी है, और अब बदलाव चाहती है।”
ममता बनर्जी का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। ट्विटर पर #MamataBanerjee, #AmitShah, #PMDebate, #2024Elections, और #BengalPolitics जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
लाखों यूजर्स ने इस बयान पर प्रतिक्रिया दी – कुछ ने ममता की स्पष्टवादिता की तारीफ की, तो कुछ ने इसे राजनीतिक ड्रामा बताया।