अयोध्या में देशभक्ति से ओत-प्रोत भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया। यह यात्रा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के समर्थन और राष्ट्रीय एकता का संदेश देने के लिए निकाली गई। शहर में तिरंगे के साथ गूंजते देशभक्ति के नारों ने माहौल को गौरवमयी बना दिया।
Updated Date
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रविवार को एक अद्वितीय देशभक्ति का दृश्य देखने को मिला, जब हजारों की संख्या में लोगों ने तिरंगा यात्रा में भाग लिया। यह यात्रा सिर्फ एक प्रतीकात्मक आयोजन नहीं थी, बल्कि एक जनजागरण अभियान भी था, जिसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए देश की सुरक्षा और महिलाओं की रक्षा के लिए समर्पित कार्यक्रम को बल देने का प्रयास किया गया।
तिरंगा यात्रा राम की नगरी अयोध्या के मुख्य मार्गों से होते हुए गुजरी, जहां युवाओं, महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों ने एक साथ हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर भागीदारी की। यात्रा के दौरान ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम्’, और ‘जय श्रीराम’ के नारों से पूरा शहर गूंज उठा। यह यात्रा न केवल अयोध्या की ऐतिहासिक और धार्मिक पहचान को एक नई दिशा देती है, बल्कि राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को लेकर जनता की प्रतिबद्धता को भी उजागर करती है।
तिरंगा यात्रा के दौरान मंच से वक्ताओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की आवश्यकता और इसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। यह एक पहल है जो देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण, सुरक्षा जागरूकता, और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देती है। इसके तहत कई स्वयंसेवी संस्थाएं और सामाजिक कार्यकर्ता अंचल क्षेत्रों में जाकर लोगों को राष्ट्रहित से जुड़े मुद्दों के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
यात्रा का उद्देश्य युवा वर्ग को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत करना और उन्हें राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना था। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़े वॉलंटियर्स ने पोस्टर्स और बैनर्स के माध्यम से लोगों को इस मिशन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।
इस आयोजन में स्थानीय प्रशासन, पुलिस विभाग, और शिक्षण संस्थानों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। अयोध्या नगर निगम ने यात्रा के मार्ग को विशेष रूप से सजाया और जगह-जगह तिरंगे लगाए गए थे। साथ ही, स्वच्छता अभियान से इसे जोड़कर सफाई का संदेश भी लोगों तक पहुंचाया गया।
यात्रा का समापन एक सामूहिक राष्ट्रगान और मौन श्रद्धांजलि के साथ हुआ, जिसमें शहीद सैनिकों को याद किया गया। लोगों ने यह संकल्प लिया कि वे देश की सुरक्षा, संस्कृति और एकता के लिए सदैव जागरूक और सक्रिय रहेंगे।
अयोध्या में निकाली गई यह तिरंगा यात्रा सिर्फ एक आयोजन नहीं था, बल्कि यह जनता की आत्मा और राष्ट्रभक्ति का सजीव उदाहरण था। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के साथ जुड़कर यह यात्रा एक नई जनचेतना का प्रतीक बन गई, जो देश के हर नागरिक को एकजुट होकर राष्ट्र सेवा की ओर प्रेरित करती है।